अत: विद्यमान कार्य संसाधन का विश्लेषण इस दृष्टिकोण से भी किया जाना आवश्यक हो जाता है।
3.
कार्य संसाधन के विश्लेषण द्वारा ही इस बात का अन्दाजा लगाया जा सकता है कि वर्तमान कार्य संसाधन पर्याप्त हैं या नहीं? इस संबन्ध में अनुपस्थिति (Absenteeism) एवं कर्मचारी आवर्तन (Employee Turnover) का अन्तर करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
4.
कार्य संसाधन के विश्लेषण द्वारा ही इस बात का अन्दाजा लगाया जा सकता है कि वर्तमान कार्य संसाधन पर्याप्त हैं या नहीं? इस संबन्ध में अनुपस्थिति (Absenteeism) एवं कर्मचारी आवर्तन (Employee Turnover) का अन्तर करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
5.
इस विश्लेषण के फलस्वरूप कर्मचारियों की उस संख्या का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है, जो किसी निश्चित कार्यभार को संपन्न करने के लिए आवश्यक हैं किन्तु समस्या का यहीं अन्त नहीं हो जाता, क्योंकि वेतन चिट्ठा में उल्लखित कार्य संसाधन सदैव कार्य के लिए उपलब्ध नहीं हो पाते।